Thursday, December 25, 2014

Milawati Dudh ki pahchan ghar par-मिलावटी दूध और दूध से बने पदार्थ की पहचान- Adulteration in millk and Milk Products

मिलावटी दूध का घर पर करे पहचान 

प्रयोग संख्या-1(Experiment No- 1): घातक यूरिआ की पहचान  दूध में

मिलावट का स्रोत और उदेश्य: यूरिया आसानी से एग्रीकल्चर स्टोर पर मिल जाता हैं।  दुध के प्रोटीन की मात्रा टेस्टिंग में अधिक आये इसलिए उसमें यूरिआ मिलते हैं।क्युकि प्रोटीन की मात्रा जिस विधि से निकलते हैं उसमें नाइट्रोजन की मात्रा निकाल के कैलकुलेट करते हैं । यूरिया में नाइट्रोजन होता हैं जो टेस्टिंग में प्रोटीन की गलत कैलकुलेशन करवाता है। 
स्वास्थ पर दुस्प्रभाव:  फेफड़े पर दुष्प्रभाव , हृदय रोग , लिवर रोग। 

  • एक पूरा चम्मच (लगभग २ मिली० ) दुध एक परखनली में ले। 
  • उसमें आधा चम्मच सोयाबीन या अरहर का पाउडर मिलाये। 
  • हिला के उन्हें अच्छे से मिलाये।
  • 5 मिनट के बाद लाल लिटमस पेपर उससे भिगोये और 30 सेकंड के बाद लिटमस पेपर को निकल कर देखें। 




    लिटमस टेस्ट यूरिआ की पहचान

  • यदि लिटमस पेपर लाल से नीला हो जाये तो उसमें यूरिया मिला हुआ है। 

प्रयोग संख्या -2 (Experiment No- 2) मिलावटी स्टार्च की पहचान 


मिलावट का स्रोत और उदेश्य: स्टार्च आसानी से किराना स्टोर पर मिल जाता है/ स्टार्च के मिलावट से दुध गाढ़ा हो जाता हैं जिससे गलत फ़हमी हों जाती है की दुध अच्छी क्वालिटी का हैं।



स्वास्थ पर दुस्प्रभाव : दाँतो को नुक्सान , ज्यादा स्टार्च खाने से मोटापा , धन का नुकसान। 




बाये - स्टार्च मिलता हुआ , दाये - स्टार्च से मोटापा 


  • एक पूरा चम्मच (लगभग २ मिली० ) दुध एक परखनली में ले। 
  • उसमें २-५ बूंद आयोडीन का घोल डाले। 
  • कुछ ही छड़ में यदि नीला रंग दिखाई दे तो उसमें स्टार्च मिला हुआ हैं। 
  • आयोडीन आप के नजदीकि मेडिकल स्टोर पर आसानी से मिल जाता हैं। 
स्टार्च की टेस्टिंग दुध में 





प्रयोग संख्या - 3 (Experiment No- 3): ज्यादा पानी की पहचान दूध  में 

पानी की पहचान दुध में 

मिलावटी तत्व : पानी 

नुकसान / स्वाश्थ पर प्रभाव : धन का नुक़सान , गंदे पानी द्वरा बीमारी 

  • एक बूँद दुग्ध एक झुकें हुए सतह पर गिराये जैसा कि चित्र में दिखाया गया है 
  • दुग्ध कि बूंद निचे ढलते हुये यदि धिरे धिरे ढलती है और एक सफ़ेद चिन्ह छोड़ती है तो दुग्ध शुद्ध है 
  • अगर उसमे पानी मिला होगा तो बहूत तेजी से ढलेगी और कम सफ़ेद चिन्ह छोडेगी। 


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प्रयोग संख्या -4 (Experiment  No - 4 ): वनस्पति तेल की पहचान दूध में और उसका स्वास्थ पर प्रभाव - Adulteration of Vegetable oil in Milk

स्वास्थ हानि : कोलेस्ट्रोल बढ़ना, मधूमेह, धमनी रोग , धन कि हानि। 
मिलावट का श्रोत और कारण : वनस्पति तेल / वनस्पति तेल मिलाने से वसा की मात्रा बढ़ जाती जिससे दूध अच्छी क्वालिटी का प्रतित होता हैं। 

वनस्पति तेल की मिलावट दूध में  

प्रयोग संख्या : 4 
  • लगभग ३ मिलि ० दूध एक परखनली में ले। 
  • उसमें १० बून्द हीड्रोक्लोरिक एसिड मिलाए और उसमें एक चम्मच चीनी घोले। 
  • 5 मिनट के बाद देखें।
  • यदि लाल रंग दिखें तो उसमे वनस्पति का तेल मिला हुआ हैं।

For English display please visit: adulterationplus.blogspot.in

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